मैं शिप्रा पाण्डेय 'जागृति' अब ऐशानि के नाम से लिखती हूँ। मैं वराणसी से हूँ, एक गृहिणी हूँ, साधारण में भी असाधारण हूँ, विद्रोही तो नहीं किन्तु हर पल स्वयं से इक विद्रोह करती रहती हूँ। कुछ है जिसकी तलाश जारी है, क्या है स्वयं से ही पूछती हूँ! मैं ख़ुद के बारे में इतना ही कहूँगी कि... नदी हूँ,... Read more
Share with friendsलाना अपनी योग्यता में निखार, समर कैंप ⛺ में जाना हर बार मौज़ मस्ती हुनर का जलवा सीखना सिखाना सब मिलेगा बस एक बार जाओ तो सही समर कैंप ⛺ में मेरे बच्चों। Aishani ❤❤
साँसों में भी भरनी है ताजगी विचार भी हो उच्च और सात्विक साथ ही मन को रखना है तरोताजा, फूलों के साथ सैर करके आ जा। Aishani ❤❤
चार दिन हँसने खेलने फलने फूलने की है ज़िंदगी क्यूँ इसे बेकार गँवा रहे सबकी बद्दुआ ले लेकर। Aishani ❤❤
चलो आज सबको कुछ काम देते हैं आज कुछ और नहीं काम से आराम देते हैं। कल तलक सब कहते कुछ धमाल करने चलते हैं चलो आज पिकनिक के नाम जंगल में मंगल करते हैं। Aishani ❤❤
चलो आज सबको कुछ काम देते हैं आज कुछ और नहीं काम से आराम देते हैं। कल तलक सब कहते कुछ धमाल करने चलते हैं चलो आज पिकनिक के नाम जंगल में मंगल करते हैं। Aishani ❤❤
हे ईश्वर...! ये कैसी लहर है, कैसी है ये तपन, इंसान क्या कुछ कम था जलाने को जो तू भी हमें भून रहा..? Aishani❤❤
टूटने और बिखरने का कारण होता है, हद से ज्यादा परवाह या फिर ज़रूरत से ज्यादा खिंचाव होना, ना ज्यादा फ़िकर ना ज्यादा खिंचाव, बस थोड़ा सा लचीलापन और थोड़ी सी लापरवाही भी। 🤗🤗🤗🤗 Aishani ❤❤
टूटने और बिखरने का कारण होता है, हद से ज्यादा परवाह या फिर ज़रूरत से ज्यादा खिंचाव होना, ना ज्यादा फ़िकर ना ज्यादा खिंचाव, बस थोड़ा सा लचीलापन और थोड़ी सी लापरवाही भी। 🤗🤗🤗🤗 Aishani ❤❤