फूलों सी ताज़गी चेहरे पर रखनी चाहिए
जैसे बागीचा फूलों से भरा हो तो सुंदर लगता है
वैसे ही जीवन सद्गुणों से भरा हो तो सुंदर बनता है
जैसे बागीचा फूलों से भरा हो तो सुंदर लगता है
उसी प्रकार जीवन गुणों से भरा हो तो सुंदर बनता है
आज जो ताप की लहर से हम परेशान हैं
उसके हम ही तो जिम्मेदार हैं
मेहनत के बाद आराम हक है
बिना कुछ किए आलस है
सफ़र से अनुराग होना अच्छा है
इससे समारी जानकारी भी बढ़ती है
अक्षय तृतीया समझाती है
हर समय ही पावन और पवित्र है
बस सोच का फ़र्क है
कुदरत के साथ सुबह कुछ बिताओ
मन तरोताजा हो जाता है
जीवन में जब ज्ञान का प्रकाश न हो
व्यक्ति अज्ञान के अंधेरे से जाग नहीं पाता।