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करनापड़ताहैसबकोहीश्रम।देताहैपरमात्मासिर्फलकीरे
दुनियां वैसी
चाहतेहोजिंदगीकोसमझनातोपीछेदेखो
सपने खुली आँखों के
आना जाना
ना आया
उमंग
बसंत
हमसफरकुतलाशपरलिखीगईयहमेरीकविताहैं
मुद्दत
बिता हुआ
Hindi Fantasy Quotes
खुली आँखों से जो स्वप्न देखे हैं, कहो..! बंद करके सच कर दूँ ...
तुम सा कोई और हो तो बताना, मेरे भारत भूमि को तुम जैसा ही ला ...
दुनियां वैसी ही है जैसा हम चाहते हैं
साल तो आता है और लौट जाता है हर साल तुम बताओगे क्या मुझे कब ...
प्रकृति में फिर छाया नव उमंग है नव वर्ष ( नया साल) या बसंत क ...
क्या लिखूँ मैं नया साल वो आकर लौट जाए साल हो आज नया कल कहें ...
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