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हमारी कल्पित चुनौतिविहीन से भिन्न, अत्यंत चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से सामना, हमारे जीवन में हो सकता है।
कोई भी वादा करने के पूर्व, इनसे जूझने के अपने साहस एवं दृढ़ता का परीक्षण हमें करना चाहिए।
साथ ही जीवन भर, हमारे सतत प्रयत्न अपनी बौद्धिक योग्यता निखारने में होने चाहिए। इससे ही हममें साहस एवं दृढ़ता बढ़ते हैं।
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