Help ever hurt never..
तुम एक विशाल विस्तृत अशेष अछोर शब्दकोश हो तुम एक विशाल विस्तृत अशेष अछोर शब्दकोश हो
अहा बारिश किस से पूछूं ? क्या तुमसे पूछूं क्यों ? अहा बारिश किस से पूछूं ? क्या तुमसे पूछूं क्यों ?
श्रवण मास की पूर्णिमा आई मन हुआ पुलकित हर्सोल्लास है छाई! श्रवण मास की पूर्णिमा आई मन हुआ पुलकित हर्सोल्लास है छाई!
रीति जगत की निभानी है क्योंकि हम भी संस्कारी, समाजिक प्राणी है। रीति जगत की निभानी है क्योंकि हम भी संस्कारी, समाजिक प्राणी है।
चितवन में आग लगाई है! चितवन में आग लगाई है!
जिंदगी तो आखिर जिंदगी होती है तरह-तरह से संजोती है! जिंदगी तो आखिर जिंदगी होती है तरह-तरह से संजोती है!
कशमकश का किसी को बता नहीं पाना क्या वो इत्तफाक था। कशमकश का किसी को बता नहीं पाना क्या वो इत्तफाक था।
माँ रचती है जीव को सदा लुटाती नेह, ऋण चुका ना पाएंगे देकर अपनी देह। माँ रचती है जीव को सदा लुटाती नेह, ऋण चुका ना पाएंगे देकर अपनी देह।
अब तो बच्चे भी पूछने लगे मां हम कब स्कूल जाएंगे। अब तो बच्चे भी पूछने लगे मां हम कब स्कूल जाएंगे।