I'm Laxmi and I love to read StoryMirror contents.
मन ही मन ' इज़हार ए इश्क़ 'करता रहा। मन ही मन ' इज़हार ए इश्क़ 'करता रहा।
झूठ और दम्भ में भटके रहे, जीवन को परिपूर्ण जाना कहां झूठ और दम्भ में भटके रहे, जीवन को परिपूर्ण जाना कहां
प्रसन्नता की लहर में, न जाने कब बरस आए ?बादल ! प्रसन्नता की लहर में, न जाने कब बरस आए ?बादल !
हम बने ,सुख -दुख के' साथी ! साथ हमारा जैसे दिया और बाती। हम बने ,सुख -दुख के' साथी ! साथ हमारा जैसे दिया और बाती।
थाम -थाम अपने ''मन के पागल'' घोड़े को , सरपट दौड़ा जाता है ,हाथ से फिसल जाता है। थाम -थाम अपने ''मन के पागल'' घोड़े को , सरपट दौड़ा जाता है ,हाथ से फिसल जाता है...
सबके लिए नवजीवन लेकर आता हूँ। उसी शान से'' जीवनचक्र'' निभाता हूँ। सबके लिए नवजीवन लेकर आता हूँ। उसी शान से'' जीवनचक्र'' निभाता हूँ।
चांद से मिल चांदनी इठलाती है , आसमान की सैर कर आती है। चांद से मिल चांदनी इठलाती है , आसमान की सैर कर आती है।
चला था 'प्यार की राहों' में आज भी उससे कांटे हटा रहा हूं। लहुलूहान हो ,''प्यार की रस्में निभा रह... चला था 'प्यार की राहों' में आज भी उससे कांटे हटा रहा हूं। लहुलूहान हो ,''प्य...
चहक उठता है ,वो घर ,जब बेटी ससुराल से आती है। न जाने कितने सपने ,कितने अरमान संजो लाती है। चहक उठता है ,वो घर ,जब बेटी ससुराल से आती है। न जाने कितने सपने ,कितने अरमान...
भूल जाते हैं ,अपने उन पांव के छालों को , भूल जाते हैं ,अपनी धूल भरी राहों को। भूल जाते हैं ,अपने उन पांव के छालों को , भूल जाते हैं ,अपनी धूल भरी राहों को।