' मुंबई के नजदीक मेरी रिहाईश , लेखन मेरे अंतर्मन की फरमाइश '
आज भी वह खाली हाथ ही घर वापस लौटा था आज भी वह खाली हाथ ही घर वापस लौटा था
अलमारी के ऊपर से एक जोड़ी दहकती हुई आँखें मानो उसे ही घूर रही थीं। अलमारी के ऊपर से एक जोड़ी दहकती हुई आँखें मानो उसे ही घूर रही थीं।
मध्यमवर्गीय परिवार से होने के बावजूद मेरा पालन पोषण बड़े ही लाड़ प्यार से हुआ था मध्यमवर्गीय परिवार से होने के बावजूद मेरा पालन पोषण बड़े ही लाड़ प्यार से हुआ था
मेज पर रखे कागज पर कुछ लिखने के बाद जज साहब की नजरें गोपाल के चेहरे पर गड गईं। मेज पर रखे कागज पर कुछ लिखने के बाद जज साहब की नजरें गोपाल के चेहरे पर गड गईं।
रजनी एक बड़ी सी तश्तरी में कुछ भुनी हुई मूँगफलियाँ ले आई थी रजनी एक बड़ी सी तश्तरी में कुछ भुनी हुई मूँगफलियाँ ले आई थी
पड़ोस की झुग्गी बस्ती में रहनेवाली एक छह बरस की बच्ची का बलात्कार ! पड़ोस की झुग्गी बस्ती में रहनेवाली एक छह बरस की बच्ची का बलात्कार !
इस अफलातून दौड़ को देखकर सभी सब्जियाँ भी इस दौड़ में शामिल हो गईं। इस अफलातून दौड़ को देखकर सभी सब्जियाँ भी इस दौड़ में शामिल हो गईं।
आवेदन आए हैं जिनपर कोई विचार किया ही नहीं जा सकता, इसलिए अलग रखे गए हैं।" आवेदन आए हैं जिनपर कोई विचार किया ही नहीं जा सकता, इसलिए अलग रखे गए हैं।"
और इस तरह आधुनिक सत्संग का आगाज हुआ जो बड़ी देर तक चलता रहा। और इस तरह आधुनिक सत्संग का आगाज हुआ जो बड़ी देर तक चलता रहा।
"ये लो अम्मा ! हमारी तरफ से बच्चों के लिए दिवाली की मिठाई ले लेना।" "ये लो अम्मा ! हमारी तरफ से बच्चों के लिए दिवाली की मिठाई ले लेना।"