जब कोई भ्रम टूटता है तो एक अविश्वास का जन्म होता है और यह सिलसिला यूं ही चलता रहता है
कमियाँ गैरों में जो ढूँढ लेते हो,
कभी अपने गिरेबान में भी झाँका है कभी......
जब किसी सवाल का जवाब ना मिले,
तो समझ लेना चाहिए कि, सवाल में हीं जवाब छुपा है
हर रिश्ते के पीछे स्वार्थ है ,
उस स्वार्थ के हद को गर पहचान लो,
धोखे की गुंजाइश कम हो जाएगी
मातृ भाषा से प्रेम , माँ से प्रेम करने के समान है
सरिता दीक्षित
उनकी यादों मे बसने के लिए , उन्हे भूलना ज़रूरी है
आपका कर्म ही ,आपके सुख दुख का कारण है