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जीवन में जो भी प्राप्त है सब प्रभु की कृपा है। जीवन में जो भी प्राप्त है सब प्रभु की कृपा है।
ऊपर नहीं जाता उसका उद्गम स्रोत है नीचे की ओर। ऊपर नहीं जाता उसका उद्गम स्रोत है नीचे की ओर।
प्रकट होती है दैवी शक्ति, चित्तवृत्तियॉं केन्द्रित हों आरोग्य में, स्वास्थ्य में, प्रकट होती है दैवी शक्ति, चित्तवृत्तियॉं केन्द्रित हों आरोग्य में, स्वास्...
सचमुच महिमामयी पराम्बा है सर्व शक्तिशालिनी। सचमुच महिमामयी पराम्बा है सर्व शक्तिशालिनी।
मानव के कंठ से स्वर फूट पड़ा देवी सरस्वती का आविर्भाव हुआ। मानव के कंठ से स्वर फूट पड़ा देवी सरस्वती का आविर्भाव हुआ।
जिसने सृष्टि रचना के लिए ब्रह्मा को कुम्हार के समान नियुक्त किया, जिसने सृष्टि रचना के लिए ब्रह्मा को कुम्हार के समान नियुक्त किया,
ऊँचे तरुवर उन पर छाया सी करते, ऊँचे तरुवर उन पर छाया सी करते,
सुहाना मौसम घिर आये बदरा मन भीगा जाय याद तुम्हारी आये। सुहाना मौसम घिर आये बदरा मन भीगा जाय याद तुम्हारी आये।
रोनेवाला भी नहीं रहा पानी देनेवाला भी नहीं रहा। रोनेवाला भी नहीं रहा पानी देनेवाला भी नहीं रहा।
वीर भाव से , सहज ही अभीष्ट प्राप्ति होती। वीर भाव से , सहज ही अभीष्ट प्राप्ति होती।