जिसके ज़िक्र के बीना तेरी ज़िंदगी की दास्ताँ कभी बयां न हो पाती... जिसके ज़िक्र के बीना तेरी ज़िंदगी की दास्ताँ कभी बयां न हो पाती...
उगता सूरज ढलता सूरज, बतलाती है नानी ऊँच नीच जीवन में आता, सबकी यही कहानी। उगता सूरज ढलता सूरज, बतलाती है नानी ऊँच नीच जीवन में आता, सबकी यही कहानी।