आज उसके आंसू पोंछने वाला कोई नहीं है शायद उसे अपना बचपन याद आ रहा है आज उसके आंसू पोंछने वाला कोई नहीं है शायद उसे अपना बचपन याद आ रहा है
सुनसान सड़क तेज हवाएंँ हो रही थी बारिश की बौछार। सुनसान सड़क तेज हवाएंँ हो रही थी बारिश की बौछार।
नींद आती होगी कि नहीं॥ नींद आती होगी कि नहीं॥
और ये सब देख देखते दुखी रहना हमारी नियति बनती जा रही है॥ और ये सब देख देखते दुखी रहना हमारी नियति बनती जा रही है॥
कुछ ने आपदा में अवसर निकाला कई ने अवसर आपदा में जानें भी दी॥ वो तुम्हारा काम खुद ही क कुछ ने आपदा में अवसर निकाला कई ने अवसर आपदा में जानें भी दी॥ वो तुम्हारा क...
मानव करे समान, तोड़कै वर्ण व्यवस्था। मानव करे समान, तोड़कै वर्ण व्यवस्था।
नथुनों में दुर्गंध फ़ैली है लहू हर ओर जो बिखरा है नथुनों में दुर्गंध फ़ैली है लहू हर ओर जो बिखरा है
अपराध और रात का एक अजीब सा नाता है रात का सन्नाटा अपराध की कहानी सुनाता है। अपराध और रात का एक अजीब सा नाता है रात का सन्नाटा अपराध की कहानी सुनाता है।
ज़िंदगी बेहद मज़ाक सी लग रही है, मगर मैं मर भी तो नहीं पा रहा।। ज़िंदगी बेहद मज़ाक सी लग रही है, मगर मैं मर भी तो नहीं पा रहा।।
गुत्थी सुलझ ना पाई आज तक उस रहस्यमयी रात की। गुत्थी सुलझ ना पाई आज तक उस रहस्यमयी रात की।
माननीय आविष्कार और मानव की भूल से हुआ हादसा करुण। माननीय आविष्कार और मानव की भूल से हुआ हादसा करुण।
वो उस बियावान को भयाक्रांत कर देती है अपने रुग्ण विलाप से वो उस बियावान को भयाक्रांत कर देती है अपने रुग्ण विलाप से
वो सन्नाटा वो डरावनी बरसात की रात आज भी याद है मुझे, आज भी याद है मुझे II वो सन्नाटा वो डरावनी बरसात की रात आज भी याद है मुझे, आज भी याद है मुझे II
तुम मुझे याद करना जब तुम तन्हा हो जाओ। तुम मुझे याद करना जब तुम तन्हा हो जाओ।
आप वापिस आ जायेगे … फिर चावल खाने ? या इंसानी हत्या ? करने आप वापिस आ जायेगे … फिर चावल खाने ? या इंसानी हत्या ? करने
भैया संग छुपकर, मूवी डरावनी देखी माँ-पापा सो रहे बेखबर निद्रा उन पर हावी थी भैया संग छुपकर, मूवी डरावनी देखी माँ-पापा सो रहे बेखबर निद्रा उन पर ह...
यह मंदिर इतना सुंदर बना है। कि इस मंदिर को राजस्थान का खजुराहो कहते हैं। यह मंदिर इतना सुंदर बना है। कि इस मंदिर को राजस्थान का खजुराहो कहते हैं।
उस बच्ची ने अपनी मां को इशारा करके बताया कि यह रास्ता उसके गांव की तरफ जाता है। उस बच्ची ने अपनी मां को इशारा करके बताया कि यह रास्ता उसके गांव की तरफ जाता है।
जी हम तब भी नहीं पा रहे थे जब सुनते थे पीटता है तुझको जी हम तब भी नहीं पा रहे थे जब सुनते थे पीटता है तुझको
कछुआ जिसका काम उसी को साजे और करे तो बस डंडा पीठ पर बाजे। कछुआ जिसका काम उसी को साजे और करे तो बस डंडा पीठ पर बाजे।