" अशोभनियता "
" अशोभनियता "
1 min
429
राजनीति में
अभद्रता का प्रवेश
अब बढता जा रहा है
कोई कहता
हम विनाश कर देंगे
कुट्टी-कुट्टी काट देंगे
गन्दी बातें
लव पे आती है
जो शिष्टता नहीं दर्शाते है
दबंगई दिखा के वोट
मांगते हैं
कोई कहता
'खूनी सौदागर '
कोई 'खूनी पंजा ' बताते हैं
है असर आज के फिल्मो का
जो गाली-गलोज
से चलते हैं!
पुराने फ़िल्म 'रामायण '
'महाभारत '
आज नहीं बनते हैं