गणतंत्र दिवस पर
गणतंत्र दिवस पर
अगणित वीरों ने किया जब
प्राणों का बलिदान
तब जाकर भारत ने पाया
अपना संविधान।
कितनी माताओं ने गोद की
शोभा को था नष्ट किया
कितनी पत्नियों ने अपने
जीवन भर का कष्ट लिया।
कितनी बहनों ने कर डाला
रक्षा-बंधन दान
तब जाकर भारत ने पाया
अपना संविधान।
एक वो दिन था देशभक्त
सीने पर गोली खाते थे
भरी जवानी में हँसकर वे
मौत को गले लगाते थे।
उन्हीं देशभक्तों के कारण
बढ़ी देश की शान
तब जाकर भारत ने पाया
अपना संविधान।
गणतन्त्र-दिवस की पुण्यतिथि पर
उन वीरों को नमन करें
अमर शहीदों को अर्पित हम
अपने श्रद्धा-सुमन करें।
राष्ट्रध्वज यह फहर-फहर कर
दिला रहा है ध्यान
तब जाकर भारत ने पाया
अपना संविधान।