हार मानने वाले
हार मानने वाले
हार मानने वाले
हालात को कोसते हैं।
फिर एक बार उड़ना
कब वो सोचते हैं।
फूलों की ख्वाहिश करते हैं
और काँटों से बचते हैं।
मौका गंवा देने वाले
एक मौका को तरसते हैं।
खोना व पाना तो वक्त का खेल
दोनों ही शय वक्त में बसते हैं।
हार मानने वाले
हालात को कोसते हैं।
फिर एक बार उड़ना
कब वो सोचते हैं।
फूलों की ख्वाहिश करते हैं
और काँटों से बचते हैं।
मौका गंवा देने वाले
एक मौका को तरसते हैं।
खोना व पाना तो वक्त का खेल
दोनों ही शय वक्त में बसते हैं।