हार न मान
हार न मान
मन मेरे हार न मान
खुद को कभी बेकार न मान।
तेहमतों की उम्र लम्बी नहीं होती
घबरा के खुद को गुनहगार न मान।
डर जाना तेरा शिकारी की हौसला आफजायी
खुद को कभी शिकार न मान।
प्रवरदिगार तो एक ही है जहाँ में
किसी को परवरदिगार न मान।
मन मेरे हार न मान
खुद को कभी बेकार न मान।
तेहमतों की उम्र लम्बी नहीं होती
घबरा के खुद को गुनहगार न मान।
डर जाना तेरा शिकारी की हौसला आफजायी
खुद को कभी शिकार न मान।
प्रवरदिगार तो एक ही है जहाँ में
किसी को परवरदिगार न मान।