उन पत्थरदिल लोगों का फिर भी दिल नहीं पिघला छोड़ कर उस राही को हर कोई बस चल पड़ा उन पत्थरदिल लोगों का फिर भी दिल नहीं पिघला छोड़ कर उस राही को हर कोई बस चल पड़ा