मौसम...। मौसम...।
नन्हें नन्हें पौधे जग सुन्दरतम बने याद रखो जगत में यही संसार को जीना सिखाते| नन्हें नन्हें पौधे जग सुन्दरतम बने याद रखो जगत में यही संसार को जीना सिखाते|
ओ मेघा यूँ मत अब बरसाओ पानी । ओ मेघा यूँ मत अब बरसाओ पानी ।
तू भी जानता है कि तेरा अस्तित्व नहीं है ।। तू भी जानता है कि तेरा अस्तित्व नहीं है ।।
इंद्रधनुष गलती क्युं नहीं करता रंगों के क्रम में। इंद्रधनुष गलती क्युं नहीं करता रंगों के क्रम में।
पर्वतों की धार पर, प्रकृति का श्रंगार कर... पर्वतों की धार पर, प्रकृति का श्रंगार कर...