जिंदगी मैं भी तो हूँ ...
जिंदगी मैं भी तो हूँ ...
जिंदगी तू मुझे भूल ना जाना जिंदगी मैं भी तो तेरा हिस्सा हूँ,
और कितने इम्तिहान लेगी तू मेरे मैं भी एक इंसान हूँ,
इम्तिहान देते देते अब मैं थक सी गयी हूँ,
अब तो थोड़ी सी खुशियाँ मेरे दामन में भी डाल दे,
यूं ना हो कि इम्तिहान देते देते हम अपनी हिम्मत ही हार दे,
कभी कुछ तो रहम कर दो हम पर थोड़े से कर्म हम पर भी कर दो,
बहुत सब्र कर लिया हमने अब और सब्र होता नहीं हमसे,
जिंदगी मैं भी तो हूँ जरा मुझ को भी नजर उठा कर देख ले,
खुशियों से सबकी झोली भर तो देती हो तुम,
कभी हमारे भी कुछ ख्वाब हकीकत में बदल दो,
कभी हमको भी हँसने कि कोई तो वजह दे दो,
कब तक रुलाओगी हमको जरा इस सवाल का जवाब हमको दो ।