माँ की ममता
माँ की ममता
माँ के आँचल में हर बच्चा,
पाता है ढेरों अपनत्व और प्यार,
माँ की ममता का कोई सानी नहीं,
माँ का प्यार तो है अनमोल और अपार ।
माँ मधुर एहसास आंतरिक अनुभूति है ,
गंगा जमुना का पावन संगम है माँ,
बेशकीमती अमूल्य खजाना है
दया ,करूणा, ममता की मूरत है माँ ।
दुख में बच्चे का हौसला, संबल है माँ,
खुशी में चहकती चिड़िया, तितली है माँ
गीत ,संगीत, लोरी और थपकी
न कोई तुलना इस जग में माँ की ।
चारों धाम के पावन पवित्र दर्शन,
परमात्मा का अमूल्य वरदान है माँ,
त्याग, तपस्या, सेवा से भरपूर
अलौकिक शक्ति का स्वरूप है माँ ।
माँ तो बस माँ होती है
सबके जीवन में अनमोल होती है
माँ के बिना जीवन की कल्पना
किसी के लिए कहां सम्भव होती है ।