अपने काजल साफ़े पर ही हँस आते हैं...! अपने काजल साफ़े पर ही हँस आते हैं...!
हर इक गाम देखा, बँटना बहुत है। हर इक गाम देखा, बँटना बहुत है।
पंख फैला औ उडान भरे जा, ज़िन्दगी को जिए जा, आंसुओं को पीये जा। पंख फैला औ उडान भरे जा, ज़िन्दगी को जिए जा, आंसुओं को पीये जा।