मेरा काव्य
मेरा काव्य
काव्य शास्त्र के दुरूह गणित से मैं बिलकुल अनजान
कैसी भाषा कैसी शैली, कैसा हो रस विधान
विकल हृदय की वेदना से, भाव जो प्रस्फुटित होते हैं
उन भावों की अभिव्यक्ति से सज्जित मेरा काव्य नादान
काव्य शास्त्र के दुरूह गणित से मैं बिलकुल अनजान
कैसी भाषा कैसी शैली, कैसा हो रस विधान
विकल हृदय की वेदना से, भाव जो प्रस्फुटित होते हैं
उन भावों की अभिव्यक्ति से सज्जित मेरा काव्य नादान