मतलब भरी दुनिया
मतलब भरी दुनिया
कैसे रिश्ते- नाते साहिब,
कैसा यह संसार है।
इस मतलब भरी दुनिया में,
सब मतलब के ही यार हैं।
मतलब के ही मीत यहां,
मतलबी यहां प्यार है।
कोई किसी का सगा नहीं,
मतलब से ही सरोकार है।
मतलब की हवा चली,
इन्सानियत शर्मसार है।
इंसान से तो ज्यादा जहां,
जानवर वफ़ादार है।
कैसे रिश्ते- नाते साहिब
कैसा यह संसार है।