फलसफा जिंदगी का
फलसफा जिंदगी का
है मेरी जिंदगी का बस यही फलसफा,
ना बनू मैं कभी किसी की आंख में आंसू की वजह
कुछ हौसला और उम्मीद मैं डाल दूं किसी खाली दामन में
कि थोड़ी भींगी मुस्कुराहटें मैं रख दूं सूखे होंठों पे ।
जीती हूं मैं हर दिन जिंदगी का
कि पसंद नहीं मुझे लेन -देन किसी दखल का।
विचारों से मैं सब के मिल लेती हूं,
कुछ मिले जो अनमोल सलाह
मैं साथ अपने ले चलती हूं,
पर फैसला करने का हक
मैं अपने पास ही रखती हूं।