समय की सीढ़ी
समय की सीढ़ी
समय
सदा चलता
हर पल बदलता
नये नये रूप धरता
चाहो या ना चाहो पर
किसी के रोके भी न रूकता
पछता न बीत जाने पर ऐ मानुष
समय स्वयं अपना महत्व समझा जाता
समय की सीढ़ी चढ़ते जाना, ये मूल मंत्र बनाना
सफलता कदम चूमेगी, कभी न पड़ेगा फिर पछताना
हर सफल व्यक्ति ने हमेशा जीवन में यह मूल मंत्र अपनाया
समय के साथ दौड़ा व देश को उन्नति की शिखर पर पहुँचाया।