संपूर्ण आजादी।
संपूर्ण आजादी।
आज जीवन आजाद,
खुली हवा में सांस,
सारी घुटन बाहर,
चेहरे पे मुस्कराहट,
सपने खिले हुए,
ऊंचे लक्ष्य पे डटे हुए,
दिल उमंगों से भरा हुआ,
पैरों थिरकते हुए,
आंखें चमकती हुई,
हाथ करते सबका स्वागत,
बादल भी गरजते,
जमीन की प्यास बुझाने की तैयारी करते,
आकाश का नीलापन भी निखरता,
और फिर संपूर्ण आजादी का एहसास होता।