कभी तो मिल जाओ तुम ऐसे जैसे द्वार को दो आँखें दो आँखों को और दो आँखें चार आँखों को प्रणय का एक ... कभी तो मिल जाओ तुम ऐसे जैसे द्वार को दो आँखें दो आँखों को और दो आँखें चार आ...
हम सबको जरूरत है निश्छल प्यार की। हम सबको जरूरत है निश्छल प्यार की।
मरकर भी जैसे अमरता का वरदान पा जाते हैं। मरकर भी जैसे अमरता का वरदान पा जाते हैं।
अमरत्व पिये वह जिंदा है , जिसने कर लेखन छोड़ गये । अमरत्व पिये वह जिंदा है , जिसने कर लेखन छोड़ गये ।
नारी क्या हो तुम, दुनिया से बोल दो नारी क्या हो तुम, दुनिया से बोल दो
भीमराव क्रांति के अवतार थे, ऊंच नीच और जाति पाती के लिए नंगी तलवार थे। भीमराव क्रांति के अवतार थे, ऊंच नीच और जाति पाती के लिए नंगी तलवार थे।