पुराने ज़ख़्मों के लिए, अब क्षमा नहीं कर पाओगी। पुराने ज़ख़्मों के लिए, अब क्षमा नहीं कर पाओगी।
मैंने ज़िद कर, माँ को बुलवा लिया कहा मुझे भी गोदना कढ़वा दो माँ ने समझाया,बेटा मशीन दर्द देती है ... मैंने ज़िद कर, माँ को बुलवा लिया कहा मुझे भी गोदना कढ़वा दो माँ ने समझाया,बेटा...
बने चाहे बिगड़े, मैं हर आकृति हूँ, मुझसे मत टकराना, मैं प्रकृति हूँ बने चाहे बिगड़े, मैं हर आकृति हूँ, मुझसे मत टकराना, मैं प्रकृति हूँ
देखते ही देखते , वो आकृति बन गई। देखते ही देखते , वो आकृति बन गई।
कौन है वो चित्रकार जो चित्रकारी इनमें करता है। कौन है वो चित्रकार जो चित्रकारी इनमें करता है।
उस दिन काला आसमान था और सूरज भी डरके कहीं जा छिप गया था। उस दिन काला आसमान था और सूरज भी डरके कहीं जा छिप गया था।