तुम अस्तित्व हो तुम आगाज़ हो। तुम चाँद हो तुम विश्वास हो। तुम अस्तित्व हो तुम आगाज़ हो। तुम चाँद हो तुम विश्वास हो।
हारकर ना निराश हो, तू भी उदित होगा रवि उदित होता जैसे निशा को हराकर।। हारकर ना निराश हो, तू भी उदित होगा रवि उदित होता जैसे निशा को हराकर।।
राज़ ग़र हो दफ़न ही सही, मुर्दे को तो कफ़न ही सही। राज़ ग़र हो दफ़न ही सही, मुर्दे को तो कफ़न ही सही।
किसी शाम,जब हमारी एक खूबसूरत मोड़ पे मुलाकात हुई। किसी शाम,जब हमारी एक खूबसूरत मोड़ पे मुलाकात हुई।
हर तरफ उदासी है पसरी हुई जंजीरों में किस्मत जैसे जुड़ी हुई। हर तरफ उदासी है पसरी हुई जंजीरों में किस्मत जैसे जुड़ी हुई।
क्या कद्र की तुम ने हमारे प्यार ही की, बस इज्ज़त भी न की मेरे इंतजार की। क्या कद्र की तुम ने हमारे प्यार ही की, बस इज्ज़त भी न की मेरे इंतजार की।