तुम अबके लौटे हो मगर, तो ओढ़ लाये हो तिरंगा। इन तीन रंगों के आगे, सब श्रृंगार फ़ीका पड़ ग तुम अबके लौटे हो मगर, तो ओढ़ लाये हो तिरंगा। इन तीन रंगों के आगे, सब श्रृंगार ...
जाने क्यों चुप है और रहेंगे अभी हमने एहसास को ब्यापार बना डाला है। जाने क्यों चुप है और रहेंगे अभी हमने एहसास को ब्यापार बना डाला है।
कभी कभी,आते जाते हुये मौसमों में शरीर का भी मौसम आ जाता है। कभी कभी,आते जाते हुये मौसमों में शरीर का भी मौसम आ जाता है।
हमें खो कर कहोगे , तुम याद आते हो। हम सुनेंगे कैसे कि , तुम याद आते हो। हमें खो कर कहोगे , तुम याद आते हो। हम सुनेंगे कैसे कि , तुम याद आते हो।
यूँ तो मेरी यादों में .. अब कम आते हो तुम , पर कुछ खास पलों में .. दिल को परेशां कर यूँ तो मेरी यादों में .. अब कम आते हो तुम , पर कुछ खास पलों में .. दिल ...
वो अहसास भी क्या अजब था बिन छुए भी तेरा छूना ग़ज़ब था। वो अहसास भी क्या अजब था बिन छुए भी तेरा छूना ग़ज़ब था।