मेरे कुछ दोस्त जो आज कल रोज मिला करते हैं, कुछ दिन न मिलने पर कुछ अनहोनी से डरते हैं मेरे कुछ दोस्त जो आज कल रोज मिला करते हैं, कुछ दिन न मिलने पर कुछ अनहोन...
तुम्हारे साथ बिताए मस्ती भरे लम्हे, कैद होंगे मेरी मुट्ठी में, खुलेगी जब मुट्ठी, तो फिर रो पड़ोगे... तुम्हारे साथ बिताए मस्ती भरे लम्हे, कैद होंगे मेरी मुट्ठी में, खुलेगी जब मुट्ठ...
पूरा दिन सो जाऊँ और जब भी कोई काम को बोले मैं बहरी हो जाऊँ। पूरा दिन सो जाऊँ और जब भी कोई काम को बोले मैं बहरी हो जाऊँ।
तीव्र उत्साह और कार्य के प्रति उत्साह को प्रकट करें। तीव्र उत्साह और कार्य के प्रति उत्साह को प्रकट करें।