तुम्हारी कसम तुम्हारे ही लिये इंतज़ार में बैठी हूँ अब तक। तुम्हारी कसम तुम ही हर रात आ जाते हो स... तुम्हारी कसम तुम्हारे ही लिये इंतज़ार में बैठी हूँ अब तक। तुम्हारी कसम तुम ही...
समुंदर की गहराई, नापने चला नापता रहा। समुंदर की गहराई, नापने चला नापता रहा।
कौन क्या कहेगा, उन बातों को ठुकराया है। कौन क्या कहेगा, उन बातों को ठुकराया है।
ढूंढने निकले थे किनारा, अपनी ही कश्ती में दुब गए। ढूंढने निकले थे किनारा, अपनी ही कश्ती में दुब गए।
वो किताब ! जिसे मैं पढ़ नहीं रहा था वो मुझे खुद पढ़ा रही थी, पन्नों पर पन्ना शीर्षक वो किताब ! जिसे मैं पढ़ नहीं रहा था वो मुझे खुद पढ़ा रही थी, पन्नों पर ...
अरे वो था सबसे अलग उससे प्यार करते थे हम सब आज कमी है उसकी खलती पर उसने तो ज़िन्दगी ही खत्म ... अरे वो था सबसे अलग उससे प्यार करते थे हम सब आज कमी है उसकी खलती पर उसने...