नहीं रहा वो दौर अब पहले जैसा पति के बटुए पर नजर हो पत्नी की। नहीं रहा वो दौर अब पहले जैसा पति के बटुए पर नजर हो पत्नी की।
उबाल सभी में देखो कितना जागो, क्यों अब सो रहे हो? सेल्फी प्रेमी... उबाल सभी में देखो कितना जागो, क्यों अब सो रहे हो? सेल्फी प्रेमी...
औरत तो सदियों पहले ही बोनसाई बना दी गई थी, औरत तो सदियों पहले ही बोनसाई बना दी गई थी,
तेरे मतभेद बन गए मनभेद से और बनने लगे अपनी गृहस्थी में कई कई छेद से तेरे मतभेद बन गए मनभेद से और बनने लगे अपनी गृहस्थी में कई कई छेद से
इन सबके पहले बाद आगे पीछे कभी जो झलका उमड़ा बाहर आया वो था इन सबके पहले बाद आगे पीछे कभी जो झलका उमड़ा बाहर आया वो था
हो चाहे किसी की किसी पे गृहस्थी में लेकिन धाक जरुरी है। हो चाहे किसी की किसी पे गृहस्थी में लेकिन धाक जरुरी है।