ये दिल एक गहरी खाई है सूखी झाड़ियों का हुज़ूम है फ़िसलते पत्थर है बिन पत्तों के शज़र है कुछ गहरा... ये दिल एक गहरी खाई है सूखी झाड़ियों का हुज़ूम है फ़िसलते पत्थर है बिन पत्तों ...