जागरूक जनता ही बदले खुद अपनी किस्मत... जागरूक जनता ही बदले खुद अपनी किस्मत...
देश सेवा का भाव है या मालिक बदलते रहना सेवकों का स्वभाव है... देश सेवा का भाव है या मालिक बदलते रहना सेवकों का स्वभाव है...
दल तो मिले हुए हैं....। दल तो मिले हुए हैं....।
चहुँ ओर बिखरा उजियारा पल्लवित हो रहा हर मन चहुँ ओर बिखरा उजियारा पल्लवित हो रहा हर मन
मैं नेता हूँ सच कहता हूँ मुझको कुर्सी प्यारी है। मैं नेता हूँ सच कहता हूँ मुझको कुर्सी प्यारी है।
इधर दिल टूट रहे हैं इधर दिल टूट रहे हैं