भूल ना पायें निज का गौरव, सुख की वर्षा आस-पास हो। नवल वर्ष. भूल ना पायें निज का गौरव, सुख की वर्षा आस-पास हो। नवल वर्ष.
अत्याचारों के ख़िलाफ़ लड़ती नारी मन की आवाज़ हूँ मैं अत्याचारों के ख़िलाफ़ लड़ती नारी मन की आवाज़ हूँ मैं
घर-आंगन धरा हमारी है भारत भूमि हमको प्राणों से प्यारी है। घर-आंगन धरा हमारी है भारत भूमि हमको प्राणों से प्यारी है।
कान्हा मेरे और मैं कान्हा की, यह सोच अपने पर खूब इतराती। कान्हा मेरे और मैं कान्हा की, यह सोच अपने पर खूब इतराती।
जो निर्विवाद है शांतिदूत निश्चय ही भारत भूमि है जो निर्विवाद है शांतिदूत निश्चय ही भारत भूमि है