न चुप रह सकें न कह ही पाएँ कम्बख्त ये ख़याल कैसा है ? न चुप रह सकें न कह ही पाएँ कम्बख्त ये ख़याल कैसा है ?
मन तम बुद्धि कौशल से दिल जीत जाती है। मन तम बुद्धि कौशल से दिल जीत जाती है।