उसको देख कर मैं फिर बेहाल था क्या? और उसका भी यही सवाल था क्या? हम पास होकर भी क्यों उसको देख कर मैं फिर बेहाल था क्या? और उसका भी यही सवाल था क्या? हम पास होक...
तितली से मिल के, तितली से मिल के,
कितना महफ़ूज़ है उनका जीवन, जिन पे माँ के साये साथ होते हैं। कितना महफ़ूज़ है उनका जीवन, जिन पे माँ के साये साथ होते हैं।
क्या यही प्यार है, ये मेरा अहसास है। क्या यही प्यार है, ये मेरा अहसास है।
जवाब मिलते ही अक्सर क्यों सवाल ही भूल जाता हूँ मैं। जवाब मिलते ही अक्सर क्यों सवाल ही भूल जाता हूँ मैं।
देख खड़ा बुला रहा हूँ मैं बरगद की छांव रे ! देख खड़ा बुला रहा हूँ मैं बरगद की छांव रे !