शब्दकोष का ज्ञान कहाँ शब्दकोष का ज्ञान कहाँ
जो रोया सो आंसुओं के दलदल में धंस गया, जो रोया सो आंसुओं के दलदल में धंस गया,
यहां तो सभी का अलग रुतबा है। धन के लोभ में हर कोई फंसा है। यहां तो सभी का अलग रुतबा है। धन के लोभ में हर कोई फंसा है।
मैं टूटा हुं, टूटा ही रहने दो, फिर से जुड़कर, टूटने की हिम्मत नही... मैं टूटा हुं, टूटा ही रहने दो, फिर से जुड़कर, टूटने की हिम्मत नही...
दिन में पूछो नहीं मुझको क्या क्या है गम लिख के भेजूंगा मैं सब तुम्हें रात में दिन में पूछो नहीं मुझको क्या क्या है गम लिख के भेजूंगा मैं सब तुम्हें रात में