सच्चाई जिन्दगी की यही है कि तूफनों मे घर टूट जाया करते हैं। रिश्तों के इम्तिहानों में अक्सर लोग... सच्चाई जिन्दगी की यही है कि तूफनों मे घर टूट जाया करते हैं। रिश्तों के इम्तिह...
नहीं टूटते आसानी से क्योंकि मजबूत होते हैं मगर विश्वास नहीं हो तो हैं जाते टूट ये धागे। नहीं टूटते आसानी से क्योंकि मजबूत होते हैं मगर विश्वास नहीं हो तो हैं जाते टू...
आपस में हाथ में हाथ देकर चलो एक दूसरे को सब पकड़कर चलो। आपस में हाथ में हाथ देकर चलो एक दूसरे को सब पकड़कर चलो।
मैं परेशान हो गया हूँ तुझसे झूठे लगाव से, मजहब तू खा गया इंसानियत बड़े चाव से। मैं परेशान हो गया हूँ तुझसे झूठे लगाव से, मजहब तू खा गया इंसानियत बड़े च...
जिंदगी फिर यूँ ही निभा जाऊंगी। जिंदगी फिर यूँ ही निभा जाऊंगी।
और ना पाया जा सकता है बस महसूस किया जा सकता है रुह से। और ना पाया जा सकता है बस महसूस किया जा सकता है रुह से।