रिश्ता इतना दबाओ ना रिश्ता इतना दबाओ ना
जहाँ मैं हूँ मुझे वही रहने दो कोई नया मुकाम हासिल नही करना! जहाँ मैं हूँ मुझे वही रहने दो कोई नया मुकाम हासिल नही करना!
दोस्ती जरूरत के अनुसार अलग-अलग होगी दोस्ती जरूरत के अनुसार अलग-अलग होगी
रिश्तों की खूब पहचान है मुझको कि कभी हक़ीकत तो कभी ख्वाब हूँ रिश्तों की खूब पहचान है मुझको कि कभी हक़ीकत तो कभी ख्वाब हूँ
सबकी चुनौतियां तुमने स्वीकार कीं तुमने ज़िंदगी अपनी शर्तों पर जी सबकी चुनौतियां तुमने स्वीकार कीं तुमने ज़िंदगी अपनी शर्तों पर जी