ना रहे अधूरे और ना पूरे हुए हम ना रहे अधूरे और ना पूरे हुए हम
पर जाने क्यूँ महफ़िल उन्हें शहीद कह रही है ! पर जाने क्यूँ महफ़िल उन्हें शहीद कह रही है !
सवाल, सवाल रहे मेरी तरह अधूरे रहे। सवाल, सवाल रहे मेरी तरह अधूरे रहे।
माँ - बाप को चाहिए नोट उनको दिखता नहीं कोई खोट जीवन उनका ऐसा माचिस की तीली जैसा जलाने में लग... माँ - बाप को चाहिए नोट उनको दिखता नहीं कोई खोट जीवन उनका ऐसा माचिस की तीली...
भुलाना मुश्किल हुआ हमारा, यूँ हस्ती पे मेरी वो छा गये हैं। कभी इनायत कभी शिकायत... भुलाना मुश्किल हुआ हमारा, यूँ हस्ती पे मेरी वो छा गये हैं। कभी इनायत कभी शिकायत....
हमारा एक दूसरे के बिना गुज़ारा भी कहाँ हुआ करता था। हमारा एक दूसरे के बिना गुज़ारा भी कहाँ हुआ करता था।