आज भी उससे प्यार करती हूँ। आज भी उससे प्यार करती हूँ।
कई राज़ों को खुद में समेटे पीढ़ियों को सामने से देखे गुज़रती चली जा रही हैं ये इमारत हैं ये, सदियों... कई राज़ों को खुद में समेटे पीढ़ियों को सामने से देखे गुज़रती चली जा रही हैं ये इ...
सदियों से देखो कुछ कदमों की दूरी लाँघकर फासले तय कर लो कहीं इस बार भी ना खो दूँ तुम्हें। सदियों से देखो कुछ कदमों की दूरी लाँघकर फासले तय कर लो कहीं इस बार भी ना खो दू...
अब तो प्यार का सैलाब भी बेमायने था उनके लिए। अब तो प्यार का सैलाब भी बेमायने था उनके लिए।
पर फिर भी उससे प्यार करती हूँ। पर फिर भी उससे प्यार करती हूँ।
सुनो कुछ पल खास बनाते हैं चलो कुछ पल साथ बिताते हैं । सुनो कुछ पल खास बनाते हैं चलो कुछ पल साथ बिताते हैं ।