समय को लिख नहीं पाया तो लेखन हार जायेगा। समय को लिख नहीं पाया तो लेखन हार जायेगा।
तनया आई महकता आँगन घर बहार। तनया आई महकता आँगन घर बहार।
अब मेरे आशियाने की शोभा बढ़ाती है ये खिड़कियाँ। अब मेरे आशियाने की शोभा बढ़ाती है ये खिड़कियाँ।
मदहोश बनता है मुझको, तेरी आँखों का जादू ! मदहोश बनता है मुझको, तेरी आँखों का जादू !
हो के जुदा भी वो पहाड़ मेरी तन्हाइयों में था। हो के जुदा भी वो पहाड़ मेरी तन्हाइयों में था।