घर- घर में आज़ादी की जिसने थी लो जलाई अंग्रेज़ों को यह कह कर जिसने ललकार लगाई के घर- घर में आज़ादी की जिसने थी लो जलाई अंग्रेज़ों को यह कह कर जिसने ललक...
पग-पग जिसने संभाला हमको और बनाया अजेय-अमर हम सदैव रहे मुस्कुराते पग-पग जिसने संभाला हमको और बनाया अजेय-अमर हम सदैव रहे मुस्कुराते
एक अधिकार जो कई अधिकारों को समाए है। एक अधिकार जो कई अधिकारों को समाए है।
यह कविता अपने देश के लिए कवियत्री की चिंता जताती है कि एक ओर जहाँ हम स्वंतंत्रता दिवस मना रहे हैं वह... यह कविता अपने देश के लिए कवियत्री की चिंता जताती है कि एक ओर जहाँ हम स्वंतंत्रता...
रोम रोम से ज़िंदा रहूँगी, स्वतंत्रता के सही मायने बताऊँगी ...। रोम रोम से ज़िंदा रहूँगी, स्वतंत्रता के सही मायने बताऊँगी ...।
हर एक के दिल में देशभक्ति की लहर उठती थी जब एक साथ मिलके दोहराते थे स्वतंत्रता के ना हर एक के दिल में देशभक्ति की लहर उठती थी जब एक साथ मिलके दोहराते थे स्व...