फूल की तरह खिलने का माद्दा है मुझमें बेकार ही तूफान में पत्तियों सा बिखर जाएँ क्या फूल की तरह खिलने का माद्दा है मुझमें बेकार ही तूफान में पत्तियों सा बिखर जाएँ...
साँसों की यूँ डोर कट गई मुट्ठी से ज्यूँ रेत फिसल गई जगा सका न फिर मुझे कोई चिरनिद्रा में ऐसी सोई।... साँसों की यूँ डोर कट गई मुट्ठी से ज्यूँ रेत फिसल गई जगा सका न फिर मुझे कोई चि...
मानवता को हम क्यों भूलें, हां में अपने हाथ उठाएं। उनकी हसरत बदला लेना, मानवता को हम क्यों भूलें, हां में अपने हाथ उठाएं। उनकी हसरत बदला लेना,
ममता की चादर अगर तेरी थी तो वही चादर आधी मेरी भी थी l ममता की चादर अगर तेरी थी तो वही चादर आधी मेरी भी थी l
तुझे हासिल करने की नहीं कोई हसरत मेरी मुझे तो तुझको बस पाने की चाहत है तुझे हासिल करने की नहीं कोई हसरत मेरी मुझे तो तुझको बस पाने की चाहत है
आप की राह में अब तलक वहीं बैठा हूँ बस अपना दीदार दे के आप चले जाइए। आप की राह में अब तलक वहीं बैठा हूँ बस अपना दीदार दे के आप चले जाइए।