चिरपरिचित बुढ़ा बरगद आज भी वैसा ही खड़ा है जैसा हमारे छुटपन में खड़ा था. पूंछने पर दादा-बाबा भी कहते थ... चिरपरिचित बुढ़ा बरगद आज भी वैसा ही खड़ा है जैसा हमारे छुटपन में खड़ा था. पूंछने पर...
विधुकर अपनी नगरी पहुँचकर , अपनी सारी प्रजा को , मूल राज्य जाने का आदेश दिया ! विधुकर अपनी नगरी पहुँचकर , अपनी सारी प्रजा को , मूल राज्य जाने का आदेश दिया !
हम सबने परिवार को फिर से जोड़ने की बहुत कोशिश की मगर हम नाकामयाब रहे। हम सबने परिवार को फिर से जोड़ने की बहुत कोशिश की मगर हम नाकामयाब रहे।
नीला अंगरखा फ़िर से इन्सान बन गया और बोला नीला अंगरखा फ़िर से इन्सान बन गया और बोला