जिद
जिद
सुभाष जी अपनी लड़की को बहुत प्यार करते थे इसलिए उसका नाम भी प्रिया रखा था उन्होंने। सुभाष जी ने उसकी हर जिद पूरी की। प्रिया को हर वो चीज मिली थी जो उसे ख़ुशी देती थीं लेकिन उसकी एक जिद ने सब कुछ खत्म कर दिया।
उसने अपनी एक सहेली के भाई से प्यार किया और जिद करके उससे शादी भी की। इच्छा न होने के बाद भी सुभाष ने उसकी इच्छा पूरी की। कुछ समय तक सब कुछ ठीक चलने के बाद प्रिया की उम्मीदें बदलने लगी। उसे प्यार के सपनों और ज़िंदगी की हक़ीक़त में अंतर समझ में आया तो ज़िम्मेदारियों के बोझ से बचने के लिए उसने अपना जीवन ही समाप्त कर लिया।