जन्मों का साथ....
जन्मों का साथ....
के हुआ बेटा! थारी माँ की रिपोर्ट में कुछ ऐसा वैसा तो ना है! सतनाम चौधरी ने अपने बेटे पूरन से पूछा।
वो क्या है ना बाबू जी! रिपोर्ट में लिखा से कि अम्मा ठीक ना है और उनके बचणे के भी कोई आसार ना है,अम्मा की दोनों किडनी पूरी तरह फेल हो चुकी है,अब वो ज्यादा दिन ना रहने की,पूरन ने अपने पिता सतनाम चौधरी को जवाब दिया।
तो के हो गया,मैं अपनी सन्नो को ऐसा ना मरने दूँगा और आज ही डाक्टर से मिलकर बात करता हूँ,अगर म्हारी एक किडनी सन्नो के काम आ जाती है तो डोनेट कर दूँगा,उसे मरने के लिए कैसें छोड़ दूँ आखिर हमारा जन्मों का साथ है,सतनाम जी बोले।
और सतनाम जी के जिद करने पर पूरन उन्हें डाक्टर के पास ले गया, एक दो दिन के बाद रिपोर्ट भी आ गई कि सतनाम जी, सन्नो को अपनी किडनी डोनेट कर सकते हैं।