नटखट श्याम
नटखट श्याम
एक गांव में एक लड़का रहता था l उसका नाम श्याम था, श्याम कक्षा 5 में पढ़ता था l लेकिन वह बड़ा शरारती लड़का था l एक बार उसके गांव में एक तमाशा दिखाने वाला आया वह एक हाथ में झोला और दूसरे हाथ में एक बांसुरी लिए हुए था l वह बांसुरी बजाता और झोले में से तरह-तरह की चीजें निकालता सभी बच्चे यह सब देखकर बहुत खुश होते थे l
वह भीड़ में सेे किसी एक बच्चे को अपने पास आने के लिए बोला तो झटपट श्याम उसके पास आकर बैठ गया l श्याम उससे जो बोलता वह बांसुरी बजाकर और मंत्रफूंक कर तुरंत वह चीज निकाल कर दे देता था l बिस्किट ,टॉफियां, गुब्बारे जैसी अनेकों चीजें उसने झोले में से निकाल कर दिया सारे बच्चे बहुत प्रसन्न हुए और तालियां बजाई l
श्याम बड़े ध्यान से उसकी झोले को ही देखें जा रहा था l खेल खत्म हो जाने केबाद श्याम तमाशा दिखाने वाले के पीछे लग गया l कड़ी धूप मेंं विश्राम करनेेे के लिए जब तमाशा वाला एक पेड़ की छांव में के नीचे रुका तब उसने अपना झोला पेड़़ की एक टहनी से लटका दिया l
काफी देेर से पीछेे लगा श्याम चुपके से उसकी झोली को उतार कर भागा और तमाशा वाला चिल्लाते हुए उसके पीछे भागा लेकिन वह श्याम को ना पा सका l घर पहुंच कर श्याम आसपास केे बच्चोंं को जुटाकर उनसे उनकी मनपसंद की चीजें निकाल कर देनेे का प्रयास करने लगा लेकिन कुछ नहीं निकला सभी बच्चे उस पर हंसने लगे l
पता पूछते -पूछते तमाशा वाला शाम के घर पहुंचा और घरवालों को लेकर श्याम के पास पहुंचा l परेशान रोहन को देखकर खूब हंसा और फिर श्याम को को राज की बात बताई की यह सब चीजें वह पहले से ही झूले में रखे रहता है और निकाल कर देताा है l तब जाकर शाम को सच पता चला और खूब हंसने लगा l
तब से श्याम का नाम नटखट श्याम पड़ गया l