प्रकृति बहुत कुछ सीखा देती है
प्रकृति बहुत कुछ सीखा देती है
पता है सबसे अच्छा कब लगता है, तब, जब हमारे आस-पास सिर्फ़ खुशियांँ हो। मन जब ना लगे कहीं या उदास हो तब घर के पास वाले पार्क से एक बार हो आइयेगा। बहुत सुंदर और दिलचस्प नज़ारे देखने आपको मिलेंगे। एक ओर कई दादाजी टहल रहें होंगे, एक ओर अंकल अपने बच्चों को लेने आए होंगे। कई छोटे बच्चे पकड़म-पकड़ाई खेलते नज़र आयेंगे। कुछ औरतें अपने बच्चों के साथ खेलती होंगी तो कोई अपने बच्चों को मिट्टी में कपड़े गंदे करने से रोक रहीं होंगी। किसी ओर दुनिया के नज़र से छुपकर प्रेमी जोड़ा बैठें होंगे। अच्छा लगता है यहाँ आना बहुत कुछ सीखने को मिलता है, बहुत सी कहानियांँ भी मिल जाती है। बेचैन मन को सुकून भी मिल जाता है। किसी के कहानी का किरदार मिल जाता है। यहाँ सिर्फ़ हरियाली या पेड़-पौधे नहीं होती है बल्कि हर उम्र जीवन के देखने को मिल जाता है। जैसे हँसता खेलता बचपन, निश्छल प्रेम, लड़कपन
बस यूँ ही जीवन के हर पल हर लम्हों को जीने का एक पल में अवसर मिल जाता है। दिल को छू जाने वाली अनुभूति होती है ये कुदरत का चमत्कार ही है जो पल भर में सुकून दे जाता है।